Friday, March 29, 2024
Uncategorized

भोपाल में सीबीआई का बड़ा छापा, सियासी प्रशासनिक सारे गलियारों में हलचल,न मध्यप्रदेश पुलिस,न सीबीआई को खबर हुई

भोपाल।
:देश की जानी-मानी कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के ठिकानों पर सीबीआई ने शुक्रवार को छापे मारे. ये छापे भोपाल, नई दिल्ली, बेंगलुरु, कोचीन, गुड़गांव सहित कई जगहों पर मारे गए. दरअसल, मामला NHAI के एक अधिकारी को 20 लाख की रिश्वत दिए जाने का है. आरोप है कि किसी काम के एवज में अधिकारी को ये रिश्वत दी गई. इस मामले में सीबीआई ने NHAI के अधिकारी, कंपनी के जीएम, ईडी और चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया. छापे में सभी ठिकानों से करीब चार करोड़ रुपए की वसूली हुई है.

मध्य प्रदेश (MP) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में आयकर (Income Tax) विभाग ने एक बिल्डर (Builder) के दफ्तर और घर (Office and House) पर एक साथ दबिश दी (Raid) ।
यह कार्रवाई कंपनी के अधिकारी द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अफसर को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद की जा रही है। बिल्डर के आवास से चार करोड़ से ज्यादा की नकदी मिलने की बात कही जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से आए आयकर विभाग के अधिकारियों के दलों ने शुक्रवार को एक साथ बिल्डर के दफ्तर और घर पर दबिश दी। यह कार्रवाई इतनी गोपनीय थी कि भोपाल के आयकर विभाग के अधिकारियों से लेकर पुलिस तक को भनक नहीं लगी।
बताया गया है कि जिस बिल्डर के यहां आयकर विभाग का छापा पड़ा है, वह राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बड़े सड़क निर्माण संबंधी कार्य कर रही हैं। इस कंपनी के एक अधिकारी को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के एक अफसर को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए सीबीआई द्वारा पकड़ा गया था। उसके बाद ही आयकर विभाग की टीमों ने भोपाल में बिल्डर के आवास और दफ्तर पर छापा मारना है।
सूत्रों का कहना है कि जिस बिल्डर के भोपाल स्थित आवास और दफ्तर पर सीबीआई का छापा पड़ा है उसके पास एनएचएआई के अलावा रेलवे के भी कई प्रोजेक्ट हैं।सूत्रों का कहना है कि जिस बिल्डर के यहां सीबीआई का छापा पड़ा है उसके मध्य प्रदेश की भाजपा की सरकार के कई लोगों से करीबी रिश्ते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस के नेता सरकार से जुड़े लोगों पर तंज कसने में लगे हैं।

भोपाल में दिलीप बिल्डकॉन के ऑफिस और घर पर दिल्ली से आई CBI की टीम ने गुरुवार रात करीब 9 बजे एक साथ छापा मारा। चूनाभट्‌टी स्थित ऑफिस पर 12 से 15 और कंपनी के मालिक दिलीप सूर्यवंशी के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छह से सात अफसरों की टीम जांच कर रही है। घर और ऑफिस में कर्मचारियों तक को एंट्री नहीं है। कंपनी के पार्टनर समेत तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। खबर लिखे जाने तक 4 करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं।
टीम ने कंपनी के भोपाल सहित नई दिल्ली, बेंगलुरू, कोच्चि, गुड़गांव आदि जगह भी छापे मारे हैं। कार्रवाई शुक्रवार रात तक जारी है। रात करीब 7 बजे टीम ने कंपनी के चार्टर्ड अकाउंटेंट और अकाउंटेंट के कम्प्यूटर भी जब्त किए हैं। इसके अलावा उनके मुख्य सीए मयंक का कम्प्यूटर भी जब्त किया है।
बताया जाता है कि साउथ से उनके एक पार्टनर (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर) को 20 लाख की रिश्वत देते हुए हिरासत में लिया गया है। छापे की सूचना के बाद कंपनी के शेयर करीब 6.5% तक गिर गए हैं।
लोकल पुलिस और भोपाल CBI टीम को भनक तक नहीं
​​​​​दिल्ली टीम की कार्रवाई के बारे में लोकल पुलिस और CBI भोपाल के अफसरों को भनक तक नहीं लगी। CBI सूत्रों का दावा है कि पूरा मामला रिश्वत से जुड़ा है। बताया जाता है कि दिलीप बिल्डकॉन के साउथ इंडिया में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अफसर को 20 लाख रुपए की रिश्वत देते हुए पकड़ा गया था। उसके बाद ही दिल्ली की टीम ने भोपाल में गुरुवार रात करीब 9 बजे छापे मारे।
कर्मचारियों को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा
गुरुवार रात करीब 9 बजे टीम ने घर और ऑफिस पर छापे मारे। इसके बाद से ही दोनों जगह पर सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए गए। घर और ऑफिस में कर्मचारियों तक को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। दोनों ही जगह 20 से ज्यादा अफसरों के होने की बात सामने आई है।
एनएचएआई के अफसर सहित 4 गिरफ्तार
सीबीआई ने एनएचएआई बेंगलुरू के रीजनल ऑफिसर अकील अहमद, दिलीप बिल्डकॉन के रीजनल मैनेजर देवेंद्र जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुनील कुमार वर्मा और कंपनी के जनरल मैनेजर रत्नाकर सजिलाल व अन्य कर्मचारी अनुज गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
1993 में पहला बड़ा प्रोजेक्ट मिला था
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को वर्ष 1993-94 में पहला बड़ा प्रोजेक्ट मिला था। यह चार करोड़ रुपए का था। इसके बाद कंपनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिर 20 करोड़ और 80 करोड़ के प्रोजेक्ट किए। 2007 के पहले 120 करोड़ रुपए तक के बड़े प्रोजेक्ट किए। वर्ष 2007 से 2010 के बीच सबसे बड़ा जंप मिला। कंपनी को अहमदाबाद-गोधरा का एक हजार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मिला। कंपनी का महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में कारोबार है।
ऐसे बनाई कंपनी और लिया काम
दिलीप बिल्डकॉन का कंस्ट्रक्शन का काम है। यह कंपनी देशभर में हाईवे और रेल प्रोजेक्ट से जुड़े ठेके लेती है। भोपाल रेल मेट्रो का काम भी यही कंपनी कर रही है। दिलीप सूर्यवंशी ने 1988 में दिलीप बिल्डकॉन के नाम से कंपनी बनाई। पहले तो उन्होंने छोटे रिहायशी प्रोजेक्ट, सरकारी इमारतों और पेट्रोल पंपों का निर्माण किया। इसके बाद 1995 में 21 वर्षीय इंजीनियर देवेंद्र जैन को काम पर रखा। जैन अब उनकी कंपनी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। 2000 के दशक की शुरुआत में NDA सरकार ने सड़क निर्माण के टेंडर निकालने शुरू किए। तब उन्होंने तय किया कि उनकी कंपनी सड़क निर्माण भी करेगी।
सीएम के करीबी माने जाते हैं
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के मालिक दिलीप सूर्यवंशी की गिनती देश के बड़े कारोबारियों में होती है। कई राजनेताओं से उनके संबंध भी अच्छे हैं। राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का करीबी माना जाता है। भोपाल में होटल ताज लेक फ्रंट दिलीप बिल्डकॉन कंपनी ने बनाया है। अक्टूबर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका उद्घाटन किया था। हाल ही में एक बड़े ग्रुप की तरफ से इस कंपनी के अधिग्रहण की चर्चा भी थी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिलीप सूर्यवंशी बचपन के दोस्त हैं और दोनों ने जीवन में लंबे संघर्ष के बाद मुकाम हासिल किया है। दोनों की किस्मत के सितारे 1990 के दशक चमकना शुरू हुए। दिलीप ने 1988 में कंस्ट्रक्शन का काम शुरू किया तो शिवराज पहली बार 1991 में विदिशा से सांसद चुने गए। शिवराज जब पहली बार 2005 में मुख्यमंत्री बने तो दिलीप की कंपनी 2006 में सेबी में मिड कैप कंपनी की सूची में लिस्टेड हुई।

Leave a Reply