Thursday, April 25, 2024
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ओवैसी हारेगा 1.5 लाख से

‘फ्लावर’ नहीं, ‘फायर’ हैं बीजेपी की यह महिला उम्मीदवार, कहा- बोगस वोटों से जीतते रहे हैं ओवैसी, इस बार 1.5 लाख वोट से हारेंगे

भाजपा ने इस बार AIMIM के गढ़ हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी के मुकाबले माधवी लता को उतारा है। माधवी लता कम समय में ही तेलंगाना से बाहर भी लोकप्रिय हो गई हैं और ‘इंडिया टीवी’ के शो ‘आप की अदालत’ में रजत शर्मा ने उनका इंटरव्यू भी लिया है। इसके क्लिप्स खासे वायरल हो रहे हैं। हैदराबाद में पिछले 40 वर्षों में 10 बार ओवैसी परिवार ही जीता है। 6 बार असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ने जीत दर्ज की। 4 बार असदुद्दीन इस सीट को जीत कर संसद पहुँच चुके हैं।

माधवी लता ने भगवान शिव के मंत्रोच्चार के साथ इस इंटरव्यू की शुरुआत की। जब रजत शर्मा ने उनसे पूछा कि उनके बारे में कहा जाता है कि वो फ्लावर नहीं फायर हैं (अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’ का डायलॉग) तो उन्होंने जवाब दिया कि वो माता रानी की आराधक हैं जो सीधी-सादी पार्वती बन कर पति की सेवा करती है, बच्चों का लालन-पालन करती है और फिर ज़रूरत पड़ने पर महिषासुरमर्दिनी भी बनती है, वो फ्लावर भी हैं और फायर भी।

हैदराबाद की उन गलियों में भी चुनाव प्रचार करना जहाँ कोई नहीं घुसते, वहाँ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ग़रीबों की मदद करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता। वो चेंगिचेरला गई थीं, जहाँ होली खेलती महिलाओं पर अत्याचार हुए थे, नमाजियों ने पत्थर फेंक कर उनका सिर फोड़ दिया था। माधवी लता ने कहा कि उनके क्षेत्र में वो इलाका नहीं था फिर भी वो मदद करने गईं क्योंकि पीड़ित महिलाएँ थीं। उनकी गाड़ी को रोक दिया गया और कहा गया कि आप नहीं जा सकते।

फिर माधवी लता पैदल निकल गईं तो पुलिस वाले पीछे लग गए, उन्होंने कहा – “अम्मा, प्रणाम। आप गाड़ी लेकर निकलो।” बकौल माधवी लता, उन्हें देख कर फिर बैरिकेड डाल दिया गया। उन्हें देखते ही हिन्दू युवकों में हिम्मत आई। उन्होंने पुलिस को ललकारा और कहा कि जुल्म नहीं चलेगा। माधवी लता ने हल्के अंदाज़ में कहा कि कई लड़कों ने उनसे मार खाई है। उन्होंने बताया कि उनका घर लियाकतपुर के संतोषनगर में हुआ करता था। एक बाढ़ के दौरान उनके कई एल्बम बह गए थे।

उन्होंने बताया कि बचपन से लेकर अब तक उनका क्षेत्र वैसा ही है, वहाँ कुछ नहीं बदला। बारिश के बाद वही हालत होती है, राजनीति इतनी ‘सेक्युलर’ है कि वहाँ के मुस्लिम भी ग़रीब हैं। माधवी लता ने 80 के दशक में हुए दंगों को याद करते हुए कहा कि पुरुष बाहर पहरा देते हैं, महिलाएँ सो नहीं पाती थीं। उन्होंने कहा कि वो मदरसों की भी मदद करती हैं, लेकिन वो कहते हैं कि किसी को ये पता न चले क्योंकि उन्हें धमकी आती है। उन्होंने कहा कि वो महिलाओं से कहती हैं कि वो बच्चे पैदा करें, लेकिन भोजन-कपड़ा-पढ़ाई दे पाएँ तभी।

माधवी लता ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी के लोग उनकी टीम की थैलियों की तलाशी लेते थे, पूछते थे कि ये राशन कहाँ से आया है। माधवी लता के पति का नाम विश्वनाथ शर्मा है, जिन्होंने शादी का सारा खर्च स्वयं उठाया था। बकौल माधवी लता, भाजपा द्वारा हैदराबाद से लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने की खबर टीवी से पता चली। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस युग का महायोगी बताते हुए कहा कि उनसे मिला बिना ही सिर्फ उनका काम देख कर, 20 वर्षों के उनके चैरिटेबल काम देख कर उन्हें टिकट मिला।

उन्होंने हजारों महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी भी करवाने में मदद की है। माधवी लता ने असदुद्दीन ओवैसी पर बोगस वोटों से जीतने का दावा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी दो-दो जगह वोटर आईडी बने पड़े हैं, ऐसे 1.60 लाख वोट्स हैं। उन्होंने असदुद्दीन ोविअसि पर बेईमानी से जीतने का आरोप लगाते हुए भविष्यवाणी की कि 1.50 लाख वोट से असदुद्दीन ओवैसी हार जाएँगे। माधवी लता ने कहा कि चुनाव आयोग के सामने कैसे असदुद्दीन ओवैसी ने जिस गाड़ी का नंबर दिया है वो किसी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है।

उन्होंने कागज़ात दिखाए कि इसी कंपनी पर आयकर-ED की छापेमारी हुई है, एक राजनीतिक दल को एक कारोबारी के माध्यम से बड़ी लेनदेन का पैदा लगा। उन्होंने बताया कि शास्त्रीपुरम में असदुद्दीन ओवैसी का 7 एकड़ में घर है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को बताया जाता है कि उनकी कमाई 10 लाख रुपए है, लेकिन बेटी की सगाई में 6 करोड़ रुपए खर्च किया जाता है। असदुद्दीन ओवैसी के बारे में उन्होंने बताया कि एक मुस्लिम लड़का उनके पास आया था जो काफी उदास था, उसने बताया कि वो MBBS के फाइनल ईयर में है।

माधवी लता ने उस पसमांदा लड़के को अपने अस्पताल में कार्डियोलाईजी में सीट दिलवाने का वादा किया, इस पर उस लड़के ने बताया कि जब वो मेडिकल पढ़ना चाह रहा था तो वो ओवैसी के पास मदद के लिए गया था। ओवैसी ने ‘देक्केन मेडिकल कॉलेज’ में एडमिशन के बदले 70 लाख रुपए माँगे, परिवार ने कहा कि वो अक्षम है तो उससे कहा कि तू मेडिकल मत पढ़, दुकान खोल। उन्होंने बताया कि असदुद्दीन के दादा अब्दुल वहीद को सांप्रदायिक दंगे भड़काने और घृणा के आरोप में 1957 में गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने असदुद्दीन के भाई अकबरुद्दीन के भाई का भाषण का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने हिन्दुओं का नरसंहार करने वाले रज़ाकारों की तारीफ़ की थी और कहा था कि उनके दादा-परदादा ने हिंदुस्तान के तोपों का सामना किया है। अकबरुद्दीन द्वारा ’15 मिनट के लिए पुलिस हटाने’ वाले बयान पर उन्होंने कहा कि अब अकबरुद्दीन का गढ़ हिलेगा। उन्होंने बताया कि कैसे असदुद्दीन ओवैसी डर फैलाते हैं कि अगर AIMIM नहीं जीती तो बीफ बैन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक बैरिस्टर ने मैनिफेस्टो में मुस्लिमों के जीवन को इतना छोटा बना दिया है।

माधवी लता ने कहा कि उन्हें एक कार्यक्रम में त्रिशूल-डमरू भेंट किया गया था, वो अब वही रूप धारण करने वाली हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में हैदराबाद से भाजपा प्रत्याशी माधवी लता ने कहा कि मुग़ल विदेशी थे। उन्होंने AIMIM के करीबी लोगों पर मस्जिद तोड़ कर प्राइवेट पार्टी से हाथ मिला कर अपार्टमेंट्स बनवा कर पैसे बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी असदुद्दीन ओवैसी को भाई कहते हैं, पूर्व मुख्यमंत्री KCR मामा कहते हैं।

माधवी लता ने बताया कि मस्जिदों में खुल्लम-खुल्ला पर्ची बाँटे जाते हैं कि तेलंगाना में जहाँ AIMIM नहीं लड़ रही है वहाँ BRS-कॉन्ग्रेस को वोट दें। उन्होंने एक सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद पहलवान का नाम लिया, जो पहले असदुद्दीन ओवैसी के लिए काम करते थे। माधवी लता ने बताया कि वक्फ बोर्ड के कब्रिस्तान को तोड़ कर AIMIM वाले घर बनाने लगे थे तो इन्होंने आपत्ति की। बकौल माधवी लता, इसके बाद दंगे-फसाद हुए, माँ-बहन की गाली दी गई और अकबरुद्दीन ओवैसी को पीट दिया। परिणाम ये हुआ कि वो जेल में हैं।

माधवी लता ने महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए आई मोदी सरकार की ‘उज्ज्वला’ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि बिना किसी भेदभाव के सबको इसका लाभ दिया गया। बकौल माधवी लता, पीएम मोदी ग़रीबी जानते हैं और वो ये योजना इसीलिए लेकर आएँ क्योंकि वो चाहते हैं कि जो तकलीफ उनकी माँ ने देखे वो कोई और महिला न देखे। माधवी लता ने पसमांदा मुस्लिमों से जागने की अपील करते हुए कहा कि उन पर जुल्म किया जा रहा है।

माधवी लता ने कहा कि हैदराबाद में स्त्री-शक्ति एकत्रित हो रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यही चाहते हैं। बुर्का-हिजाब के मुद्दे पर कहा कि पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं बेनजीर भुट्टो भी बिना बुर्के के रहती थीं। माधवी लता ने कहा कि जो मातृभूमि को माँ नहीं कह सकता वो खुद के कौम की महिलाओं की क्या देखरेख करेगा। बकौल पीएम मोदी, भड़काऊ भाषण देकर हिन्दू-मुस्लिमों को तोड़ा जा रहा है क्योंकि कुछ लोग चाहते कि दोनों एक हों।

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