भाजपा संगठन खत्म हो चुका है,अधिकारियों के दम पर चल रही शिवराज सरकार,2023 के बाद ढूंढे नहीं मिलेगी भाजपा।
एक कार्यक्रम में कमलनाथ ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि वह सीएम पद के दावेदार नहीं हैं. अगर पार्टी कहेगी तो ही वह सीएम का पद स्वीकार करेंगे. कमलनाथ ने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाना है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमारा मुकाबला बीजेपी नहीं, आरएसएस संगठन से है. जब तक हमारा संगठन मजबूत नहीं होगा, तब तक हम अगले चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, ‘मैंने घोषणा थी कि मैं एमपी के काग्रेस परिवार को छोड़कर नहीं जाऊंगा. जिस दिन हमारी सरकार गिर गई थी, उस दिन सब सोच रहे थे कि मैं दिल्ली चला जाऊंगा लेकिन मैंने उसी दिन से ठाना था कि 2023 के बाद एमपी से शिफ्ट होऊंगा. 2018 में जनादेश भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ था. मैं मध्य प्रदेश के कांग्रेस के परिवार को छोड़ने वाला नहीं हूं. हमारा मुकाबला बीजेपी नहीं, उसके संगठन से है. जब तक हमारा संगठन मजबूत नहीं होगा, हम मुकाबला अगले चुनाव में नहीं कर पाएंगे.’
सीएम पद के दावेदारी पर कमलनाथ ने कहा, ‘मैं नेता प्रतिपक्ष था. जब मैं मुख्यमंत्री नहीं रहा, तो मैं नेता प्रतिपक्ष बन गया. बाद में मैंने पार्टी हाईकमान से आग्रह किया कि मैं इस पद पर नहीं रहना चाहता. पार्टी ने मेरे आग्रह को स्वीकार किया. मैं मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं हूं. मैंने अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल कर लिया है. मुझे कांग्रेस की सरकार बनानी है, कमलनाथ की नहीं. हम अपनी तैयारी कर रहे हैं. ये आज मध्य प्रदेश के लिए आवश्यक है.’