Thursday, April 18, 2024
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कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने वो फैसला लिया जो कभी,ज़िया उल हक,परवेज़ मुशर्रफ,या बाजवा ने नही लिया,पाकिस्तान में

 जो बाजवा और शहबाज ने बलूचिस्तान के हिंगलाज माता मंदिर में नहीं किया वो गहलोत राजस्थान के हिंगलाज माता के मंदिर में कर रहे हैं।

राजस्थान के बारमेड़ में नवरात्रि से ठीक पहले पुलिस ने हिंगलाज माता मंदिर के प्रशासन को नोटिस देकर बताया है कि वो बिन अनुमति के मंदिर के भीतर किसी प्रकार की धार्मिक गतिविधियों का आयोजन नहीं कर सकते। पत्र में मंदिर प्रशासन से किसी भी धार्मिक कार्य के आयोजन के लिए पहले अनुमति लेने को कहा गया है।

घटना के बारे में पूर्व सांसद तरुण विजय ने ट्वीट करके बताया है। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाते हुए कहा, “ये हिंदुओं के लिए काला दिन है। जो बाजवा और शहबाज ने बलूचिस्तान के हिंगलाज माता मंदिर में नहीं किया वो गहलोत राजस्थान के हिंगलाज माता के मंदिर में कर रहे हैं। जितना हो सके उतना प्रदर्शन करिए।”

तरुण विजय द्वारा शेयर पत्र में बाड़मेर कोतलाली के एसएचओ के हस्ताक्षर हैं और ऊपर 23 सितंबर 2022 की डेट है। इस पत्र में ऐसे फैसले के पीछे कारण दिया गया है कि मंदिर के संबंध में खन्नी समाज में आपसी गुटबाजी को लेकर विवाद है, जो कभी भी उग्र हो सकता है और शांति भंग हो सकती है। ऐसी स्थिति में जब तक विवाद पूरा खत्म नहीं होता तब तक मंदिर में कोई धार्मिक कार्य न हो। अगर इस आदेश के बाद भी कोई कार्यक्रम आयोजित करना है तो उसके लिए अनुमति लेनी होगी।

बता दें कि इस वर्ष नवरात्रि 26 सितंबर से 5 अक्टूबर तक मनाई जानी है। सदियों से देश विदेश के हर हिंदू मंदिर में इन नौ दिनों को उल्लास से मनाया जाता रहा है। इन नौ दिन में माँ दुर्गा की पूजा हर जगह होती है। वहीं कई जगह रामलीला व दशहरा का आयोजन भी होता है।

अब ऐसे महत्वपूर्ण त्योहार के मौके पर राजस्थान पुलिस ने ऐसा फैसला दिया है जिसे जानने के बाद लोग मंदिर प्रशासन से कोर्ट जाने को कह रहे हैं। सोशल मीडिया पर सवाल हो रहा है कि एक ओर ‘भारत जोड़ो’ के नाम पर राहुल गाँधी यात्रा कर रहे हैं और दूसरी ओर उन्हीं की सरकार रहते हुए हिंदुओं के साथ ऐसा भेदभाव हो रहा है।

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