योगी सरकार 2.0 में अपराध के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति का असर अब होने लगा है। इसका असर यह हुआ कि अपराधी अब स्वयं आकर थानों में या कोर्ट में सरेंडर कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही हुआ गुरसहायगंज कोतवाली में जहां दुष्कर्म और गैंगस्टर एक्ट के वांछित आरोपित ने खुद ही सरेंडर कर दिया। वह आगे एक तख्ती लटकाकर पहुंचा, जिसमें लिखा था कि …साहब! मुझे गोली मत मारो, मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं..।
सोमवार को गुरसहायगंज कोतवाली में एक युवक गले में एक तख्ती टांग कर पहुंचा, जिसमें आत्मसमर्पण करने की बात लिखी थी। युवक ने अपना नाम वसीम पुत्र वकील मोहल्ला गोरी निवादा कस्बा समधन बताया। थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने वसीम को तत्काल हिरासत में ले लिया और उसे दफ्तर में बिठाकर पूछताछ की। थानाध्यक्ष ने बताया कि वसीम और रिजवान समेत कई लोगों का एक गैंग है। यह गैंग महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर उनका जबरन गर्भपात करा देना जैसे जघन्य अपराध कारित करने मे लिप्त है। इसका गैंग लीडर रिजवान व वसीम द्वारा किशाेरी के साथ दुष्कर्म किया गया, जिससे वह गर्भवती हो गई। इस बात की जानकारी होने पर रिजवान ने अपने साथी वसीम के साथ मिलकर सात दिसंबर 2021 को किशोरी को डरा धमकाकर जबरन गर्भपात की दवा पिला दी, जिससे उसका गर्भपात हो गया। इस घटना का मुकदमा कोतवाली में दर्ज है और रिजवान को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज दिया गया था। सोमवार को वसीम ने भी कोतवाली में सरेंडर कर दिया।
चार अन्य गैंगस्टर ने किया कोर्ट में समर्पण
थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि उनके थाने में गैंगस्टर का एक और मुकदमा दर्ज है। इसमें कुसुमखोर निवासी गैंगलीडर शमशुद्दीन उर्फ शंभू, कलीम, सलमान व नौशाद उर्फ चिरैया वांछित हैं। रविवार को उन्होंने बदमाशों की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी थी। सोमवार को चारों बदमाशों ने कन्नौज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि पूरे जिले में वांछितों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।