हामिद अंसारी परचून की दुकान चलाता था. आस पास के लोग रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे राशन आदि हमीद मियां की दुकान से खरीदते थे. हमीद मियां कहता था कि उसकी दुकान पर किसी भी सामान में कोई मिलावट नहीं होती है तथा वह गुणवत्ता से परिपूर्ण शुद्ध सामान ही बेचता है. लोग उसकी बातों पर भरोसा करते थे तथा सामान खरीदते थे.
लेकिन परचून की दुकान की आड़ में हमीद अंसारी किस काले व्यापार को अंजाम दे रहा था, ये कोई नहीं जानता था. हमीद अंसारी की पोल तब खुली जब उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर पुलिस ने उसे दबोच लिया. दरअसल हमीद अंसारी परचून की दुकान की आड़ में चरस बेचता था तथा देश के युवाओं को नशे व् ड्रग्स के दलदल में धकेल रहा था.
खबरके मुताबिक़, नशे के काले कारोबार के खिलाफ अभियान में UP की शाहजहाँपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. थाना तिलहर पुलिस ने अन्तरराष्ट्रीय बाजार में 1 करोड़ 80 लाख कीमत की चरस को बरामद किया है. पुलिस ने इसके तस्कर हमीद अंसारी को भी गिरफ्तार कर के जेल भेजा है.यह गिरफ्तारी 15 अक्टूबर 2021 को सुबह के समय की गई है. जिले में मादक पदार्थों की रोकथाम व मादक पदार्थ तस्करों के विरुद्ध चल रहे अभियान में तिलहर पुलिस को मुखबिर द्वारा आरोपित हमीद की सूचना मिली थी. सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए हमीद को करीब 1 करोड़ 80 लाख की चरस के साथ गिरफ्तार कर लिया.
हमीद के पास से बरामद हुई चरस ‘फाइन क्वालिटी’ की बताई जा रही है. हमीद को FIR संख्या 810/2021 के तहत 8/17 NDPS एक्ट के अंतर्गत जेल भेजा गया. आरोपित हमीद अंसारी के पिता का नाम इतवारी है, जो मोहल्ला नजरपुर, थाना तिलहर जिला शाहजहाँपुर का रहने वाला है.
पुलिस पूछताछ में आरोपित हमीद अंसारी ने बताया कि चरस की तस्करी नेपाल से की जाती है. उसने खुद UP के पीलीभीत स्थित बीसलपुर से चरस खरीदने की बात स्वीकारी है. गिरफ्तारी के समय वह वहीं से चरस खरीद कर ला रहा था. हमीद ने बताया कि वो अपनी परचून की दुकान की आड़ में चरस की छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर महँगे दामों पर बेचता था