उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बनाए गए लव जिहाद व धर्मांतरण विरोधी क़ानून के सकरात्मक परिणाम दिखने लगे हैं. मामला उत्तर प्रदेश के संभल जिले का है जहां मुस्लिम समुदाय के युवक आसिफ ने नाम बदलकर (आशीष बनकर) हिंदू युवती को लव जिहाद में फंसाया फिर उसे बहला-फुसलाकर राजस्थान ले गया. आरोपी युवती को लेकर जयपुर में लिव इन रिलेशनशिप में रह था. युवती के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वहीं युवती को बरामद कर लिया गया है.
पुलिस पूछताछ में आरोपी आसिफ ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने बताया कि यूपी में सख्त कानून की वजह से वह युवती का धर्मांतरण नहीं करा सकता था वह इसलिए युवती को लेकर राजस्थान गया था. बता दें कि 11 जुलाई को युवती के परिजनों ने चंदोसी कोतवाली में बेटी का अपहरण करने के आरोप में आसिफ उर्फ आशीष के खिलाफ केस दर्ज कराया था. मामला दो समुदायों के युवक-युवती के बीच होने की वजह से पुलिस केस में गंभीरता से तफ्तीश कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को आरोपी आसिफ कुरैशी के राजस्थान राज्य के जयपुर में होने की जानकारी मिली.
इसके बाद पुलिस की टीम जयपुर पहुंची और आसिफ को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा उसके कब्जे से युवती भी बरामद कर ली गई. एसपी चक्रेश मिश्र ने बताया कि आसिफ कुरैशी को गिरफ्तार करने के बाद जब उससे पूछताछ की गई, तो एक चौंकाने वाली बात सामने आई. आसिफ ने पुलिस को बताया कि हमारी शादी उत्तर प्रदेश में नहीं हो सकती थी, इसलिए युवती को अपहृत कर राजस्थान ले गया. वहां आशीष बनकर युवती के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था. इतना ही नहीं पुलिस ने आसिफ के पास से लिव इन रिलेशनशिप का एक इकरारनामा भी बरामद किया है.
आरोपी आसिफ ने लिव इन रिलेशनशिप के इकरार नामे में अपना नाम आशीष दर्ज कराया है. यही नहीं उसने अपनी जाति राजपूत और पता पार्वती नगर वेनाड रोड, झोंड वाड़ा, जयपुर राजस्थान का दर्ज कराया है. जबकि आसिफ मूल रूप से संभल जिले के चंदोसी थाना इलाके के सीकरी गेट का रहने वाला है. लव जिहाद का यह बड़ा प्रमाण सामने आने के बाद पुलिस के आला अफसर भी सकते में हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्यवाई की जा रही है.