Thursday, March 28, 2024
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पुतिन की मौत की खबर उड़ाने के बाद,ब्रिटिश खुफिया एजेंसी MI6 चुप,पुतिन पर फिर नई खबर

 

 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कथित तौर पर चेतावनी दी गई है कि उनके पास जीने के लिए सिर्फ तीन साल बचे हैं और रूसी राष्ट्रपति भवन अपने नेता के नाजुक हालत को लेकर काफी चिंतित हो गये हैं। रूसी खुफिया एजेंसी एफएसबी के एक अधिकारी ने रूसी राष्ट्रपति की स्थिति को गंभीर बताया है और कहा है कि, उन्हें कैंसर का गंभीर रूप है और डॉक्टरों ने उन्हें सिर्फ 3 साल का वक्त दिया है। एफएसबी अधिकारी ने का है कि, यूक्रेन युद्ध से पहले से ही रूसी राष्ट्रपति इस जानलेवा बीमारी से पीड़ित थे और दो हफ्ते पहले उनका ऑपरेशन किया गया था।

पुतिन के पास 3 साल का वक्त

पुतिन के पास 3 साल का वक्त

रूसी जासूसी एजेंसी एफएसबी अधिकारी के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति के पास अब 2 से 3 साल से ज्यादा का वक्त नहीं बचा है और धीरे धीरे उनकी देखने की क्षमता भी कमजोर हो रही है। मिरर की रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा गया है कि, रूसी राष्ट्रपति के गंभीर बीमारी से पीड़ित होने की खबर रूसी खुफिया एजेंसी एफएसबी के पूर्व अधिकारी बोरिस कारपिचकोव ने एक गुप्त संदेश के तौर पर दी है, जो एफएसबी छोड़कर देश से भाग चुके हैं। एफएसबी अधिकारी ने अपने संदेश में जो चेतावनी दी है, उसमें कहा गया है कि, पुतिन को डॉक्टरों ने चश्मा पहनने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, लेकिन अब रूसी राष्ट्रपति काफी चिड़चिड़े हो गये हैं और बात बात पर अपने अधिकारियों पर भड़क रहे हैं।

पुतिन का किया गया ऑपरेशन

पुतिन का किया गया ऑपरेशन

आपको बता दें कि, पिछले हफ्ते रूसी टेलीग्राम चैनल जनरल एसवीआर ने दावा किया था कि, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ‘सफल’ कैंसर सर्जरी की गई है और वो अब रिकवरी कर रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य से जुड़े लेटेस्ट खबर में ये दावा किया गया है। टेलीग्राम चैनल जनरल एसवीआर के मुताबिक, जिसने रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के अंदर से पुख्ता जानकारी प्राप्त करने का दावा करता है, उसने नया दावा किया है कि, 69 साल के व्लादिमीर पुतिन का ऑपरेशन किया गया है और वो ऑपरेशन कामयाब रहा है।

पुतिन को जानलेवा बीमारी

पुतिन को जानलेवा बीमारी

रिपोर्ट में कहा गया है कि, रूसी राष्ट्रपति का ऑपरेशन 16-17 मई को किया गया था और ऑपरेशन के अगले दिन राष्ट्रपति की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। जनरल एसवीआर ने 22 मई को रूसी राष्ट्रपति के ऑपरेशन को लेकर रिपोर्ट जारी की थी। जनरल एसवीआर ने दावा किया है कि, असल बात ये है, कि पुतिन की गैर-हाजिरी में देश को वास्तव में पूर्व-एफएसबी जासूस प्रमुख और वर्तमान सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष निकोलाई पेत्रुशेव द्वारा चलाया जा रहा है। डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, क्रेमलिन ने पुतिन के खराब स्वास्थ्य के लेटेस्ट रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन क्रेमलिन ने लगातार पुतिन की खराब तबीयत की खबरों को लेकर इनकार किया है।

 

निकोलाई पत्रुशेव कौन हैं?

निकोलाई पत्रुशेव कौन हैं?

 

आपको बता दें कि, निकोलाई पत्रुशेव की उम्र 56 साल है और वो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के काफी करीबी माने जाते हैं और वो एक लो-प्रोफाइल टेक्नोक्रेट है। जनरल सीवीआर ने कहा कि, स्पाईमास्टर पेत्रुशेव, पुतिन की पहली पसंद थे और वो रूसी राष्ट्रपति के साथ घंटों बिताते रहते हैं। हालांकि, कई लोगों का मानना है कि, निकोलाई पत्रुशेव सबसे खराब विकल्प साबित होंगे। कई लोगों का मानना है कि, ‘क्या होगा अगर, अचानक, पुतिन विशेष रूप से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने लगते हैं और अगर उनकी बीमारी गंभीर होने लगती है? हालांकि, निकोलाई पत्रुशेव और पुतिन के ऑपरेशन को लेकर जो भी खबर है, वो सब अभी तक सिर्फ दावे हैं और रूस ने आधिकारिक तौर पर अभी तक कुछ भी नहीं कहा है।

ऑपरेशन करवाने से कर रहे थे इनकार

ऑपरेशन करवाने से कर रहे थे इनकार

जनरल सीवीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 17 मई से 19 मई के बीच ही किसी वक्त रूसी राष्ट्रपति का ऑपरेशन किया गया और ऑपरेशन कामयाब रहा, लेकिन 20 मई की शाम को पुतिन की तबीयत फिर से बिगड़ गई थी, लेकिन 21 मई यानि शनिवार की सुबह एक बार फिर से उसनकी तबीयत स्थिर हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि, 20 मई को उन्होंने अपने अधिकारियों के साथ अस्पताल से ही एक बैठक की थी और उसी वजह से उनकी तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने फिलहाल कुछ दिनों तक उन्हें बैठकें आयोजित नहीं करने की सलाह दी हैं। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि, बेलारूस के तानाशाह राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको, जो पुतिन के काफी गहरे दोस्त हैं, वो मॉस्को जाने वाले हैं। इतना ही नहीं, दावा ये भी किया गया है, कि लुकाशेंको ने पुतिन के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस किया था, ताकि दुनिया को बताया जा सके, कि पुतिन सही है। रिपोर्ट के मुताबिक, बेलारूसी राष्ट्रपति उन चुनिंदा लोगों में शामिल हैं, जिन्हें पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर सारी जानकारियां हैं।

यूक्रेन युद्ध की वजह से टली थी सर्जरी

यूक्रेन युद्ध की वजह से टली थी सर्जरी

एसवीआर ने मई के शुरूआत में दावा किया कि पुतिन की सर्जरी अप्रैल महीने के ही दूसरे हफ्ते में होने वाली थी, लेकिन यूक्रेन युद्ध की वजह से रूसी राष्ट्रपति ने अप्रैल में सर्जरी नहीं करवाई। आउटलेट ने कहा, ‘पुतिन को सर्जरी कराने की सिफारिश की गई थी, जिसकी तारीख पर चर्चा और विचार-विमर्श की जा रही है’। रिपोर्ट में कहा गया था कि, ‘ऐसा लगता है कि कोई विशेष तात्कालिकता नहीं है, लेकिन इसमें देरी भी नहीं की जा सकती है।’ रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि, ‘रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ऑन्कोलॉजी है, जिसका पता लेटेस्ट जांच में पता चला है’। हालांकि, क्रेमलिन ने हमेशा से इन दावों को खारिज किया है, कि पुतिन को कोई बीमारी है। क्रेमलिन का कहना है कि, रूसी राष्ट्रपति पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

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